Saturday, March 9, 2019

‘Zindagi Kaisi Hai Paheli’: Sanskrit Version (Lyrics: जीवनं प्रहेलिरहो ! किंरूपा : Dr. Harekrishna Meher: DD News

Original Hindi Film Song : ‘Zindagi Kaisi Hai Paheli’ *
जिन्दगी कैसी है पहेली *  (Film ‘Anand’ 1971)
Hindi Singer : Manna Dey * 
*
Sanskrit Translation by : Dr.Harekrishna Meher
(As per Original Hindi Tune)
Sanskrit Version Lyrics : जीवनं प्रहेलिरहो ! किंरूपा * 
‘Jivanam Praheliraho KimRupaa’ 
 Sanskrit Singer : Sri Kuldeep Joshi (New Delhi)
*
Winner in Sanskrit Lyrics Translation Competition
Conducted by Sanskrit Vaartaavali, DD News Channel, Delhi.
Program Telecast on 9 March 2019, Saturday at 7 pm.
Recast on 10 March 2019, Sunday at 12.30 pm.
*
Courtesy: DD NEWS Vaartavali. 
= = = = = = = 
Sanskrit Vaartavali : Full Episode (9 March 2019):
YouTube Video Link :
= = = = = = = 
YouTube Video Link : HKMeher Channel : 
= = = = = = = 

मूल-हिन्दीगीतम् : जिन्दगी कैसी है पहेली हाय *
चलचित्रम् : आनन्द (१९७१) * 
मूलस्वरानुकूल-संस्कृतानुवादकः -  डॉ. हरेकृष्ण-मेहेरः  
= = = = = = = = = = = = =
जीवनं प्रहेलिरहो ! किंरूपा ।
कदा हासयतीदम्, कदा रोदयतीदम् ॥ (०)
*
पश्य कदा न जागर्ति स्वान्तम्,
अनु धावति च स्वप्न-पुञ्जम् ।
एकेद्युः स्वप्न-मार्गयात्री
प्रयाति पुरः स्वप्नानां कुत्र वा ॥
जीवनं प्रहेलिरहो ! किंरूपा ।
कदा हासयतीदम्, कदा रोदयतीदम् ॥ (१)
*
समारोहा यैरिह सम्पन्नाः,
सह विषेहिरे सुखं दुःखम् ।  
एवमेव  मौनं चित्वा
यान्ति एकाकिनस्ते कुत्र वा ॥  
जीवनं प्रहेलिरहो ! किंरूपा ।
कदा हासयतीदम्, कदा रोदयतीदम् ॥ (२) 
= = = = = = = = =
(Alternative Translation of समारोहा यैरिह सम्पन्नाः is  इह समारोहान् येऽलञ्चक्रुः)
= = = = = = = = =
FaceBook : Link :

Original Hindi Song : ‘Zindagi Kaisi Hai Paheli’
Film : Anand (1971)
Lyrics :  Yogesh  *  Music : Salil Chaudhary *  
Singer :  Manna Dey  *
= = = = = = = = = = =
मूल-हिन्दीगीत : जिन्दगी कैसी है पहेली हाय ! *
चलचित्र : आनन्द (१९७१) *
गीतकार : योगेश *  संगीतकार : सलिल चौधरी *  
गायक : मन्ना दे  * 
= = = = = = = = = =
जिन्दगी कैसी है पहेली हाय !
कभी तो हँसाये, कभी ये रुलाये ॥ (०)
*
कभी देखो मन नहीं जागे,
पीछे-पीछे सपनों के भागे ।
एक दिन सपनों का राही
चला जाये सपनों से आगे कहाँ ॥
जिन्दगी कैसी है पहेली हाय ! ॥ (१)
*
जिन्होंने सजाये यहाँ मेले,
सुख दुख संग-संग झेले ।
वही चुनकर खामोशी 
यूँ चले जायें अकेले कहाँ ॥ 
जिन्दगी कैसी है पहेली हाय ! ॥ (२)
= = = = = = = = = = =

Related Links :
‘Chalachitra-Gita-Sanskritaayanam’: चलचित्र-गीत-संस्कृतायनम् :
* * *
Biodata: Dr. Harekrishna Meher :
* * * 
YouTube Videos (Search): Dr. Harekrishna Meher :
* * * 
VIDEOS of Dr. Harekrishna  Meher : 
Link : 
* * * 
Dr. Harekrishna Meher on Radio and Doordarshan Channels:
Link : 
= = = = = =

No comments:

Post a Comment