Friday, December 25, 2020

Kisi Raah Mein Kisi Mod Par: Sanskrit Version (Lyrics: कस्मिंश्चित् पथे विवर्त्ते क्वचित्): Dr.Harekrishna Meher

Original Hindi Film Song : ‘Kisi Raah Mein Kisi Mod Par*

किसी राह में किसी मोड़ पर *  (Film ‘Mere Hamsafar’ 1970) 

*

Sanskrit Translation by : Dr.Harekrishna Meher

(As per Original Hindi Tune)                                                                  

Sanskrit Version Lyrics : कस्मिंश्चित् पथे विवर्त्ते क्वचित् * 

‘Kasminshchit Pathe Vivarte Kvachit’             

*

Participated in Sanskrit Lyric Translation Competition

Conducted by Sanskrit Vaartaavali, DD News Channel, Delhi.

Name enlisted in the Program Telecast on 5 December 2020,

Saturday at 6 pm.

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हिन्दीगीत : किसी राह में किसी मोड़ पर *

* (चलचित्रम् : मेरे हमसफ़र )                         

मूलस्वरानुकूल-संस्कृतानुवादकः - डॉ. हरेकृष्ण-मेहेरः

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(स्त्री)

कस्मिंश्चित् पथे, विवर्त्ते क्वचित्,

न मां हित्वा याहि वै, क्वापि त्वम् ।                                          

सहयात्रिन् ! मे, सहयात्रिन् ! मे ॥                                           

(पु)

दशायां क्वचित्, वृत्ते क्वापि वा,   

न मां हित्वा याहि वै, क्वापि त्वम् ।                                             

मम सङ्गिनि !, सहयात्रिणि ! ॥ (०)

*

(स्त्री)

मम हृद् ब्रूते, क्वचित् स्यान्नेदम्,    

नहि, स्यान्नेदम्, नहि स्यान्नेदम् ।

क्वचिद् वासरे  त्वद्-वियुक्ताहम् 

भ्रमेयं त्वामन्विष्य, प्रतिद्वारम् ।    

सहयात्रिन् ! मे,  सहयात्रिन् ! मे ॥ (१) 

*

(पु)

वासन्त्यस्ति छाया हि ते वर्णः,  

रूपं भाति ते  प्रेम-दर्पणः ।

एहि गोपायानि, स्वनेत्रे त्वा,   

त्वयि स्यान् नो लग्ना, दृष्टिः क्व वा ।                          

मम सङ्गिनि !, सहयात्रिणि ! ॥ (२)

*

(स्त्री) त्वत्सङ्गोऽस्ति चेद्, आस्ते जीवितम्,  

(पु) प्रेमा तेऽस्ति चेद्, ज्योति-र्दीपितम् ।    

(स्त्री) क्व वा याता दिवसोऽयं, किं ज्ञातम् ।

(पु) भवेद् यामिनी क्व वा, किं वृत्तम् ।

     मम सङ्गिनि ! सहयात्रिणि ! ॥ (३)

*

(स्त्री) कस्मिंश्चित् पथे,

(पु) विवर्त्ते क्वचित्,

(स्त्री) न मां हित्वा याहि वै, क्वापि त्वम् ।                                   

(उभौ) सहयात्रिन् ! मे, सहयात्रिन् ! मे ॥

         मम सङ्गिनि !  सहयात्रिणि ! ॥

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Blog Link:

 

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FaceBook : Link :

 

*

Twitter : Link:

 

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हिन्दीगीत : किसी राह में किसी मोड़ पर * 

चलचित्र : मेरे हमसफर  (१९७०) *  

गीतकार : आनन्द बक्शी *                          

सङ्गीतकार :  कल्याणजी आनन्दजी *            

गायक : लता मंगेशकर एवं मुकेश *        

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(स्त्री)

किसी राह में किसी मोड़ पर,

कहीं चल न देना तू छोड़कर ।

मेरे हमसफर , मेरे हमसफर  ! 

(पु)

किसी हाल में किसी बात पर,

कहीं चल न देना तू छोड़कर ।

मेरे हमसफर , मेरे हमसफर  ! ॥ (०)

*

(स्त्री)

मेरा दिल कहे  कहीं ये ना हो,

नहीं, ये ना हो, नहीं, ये ना हो । 

किसी रोज तुझसे बिछड़के मैं

तुझे ढूँढती फिरूँ दर-वदर   

मेरे हमसफर , मेरे हमसफर  ! ॥ (१)

*

(पु)

तेरा रंग साया बहार का,

तेरा रूप आईना प्यार का ।

तुझे आ नज़र में छुपा लूँ मैं

तुझे लग ना जाये कहीं नज़र ।

मेरे हमसफर , मेरे हमसफर  ! ॥ (२)

*

(स्त्री) तेरा साथ है ओ है ज़िन्दगी,

(पु) तेरा प्यार है तो है रोशनी ।

(स्त्री) कहाँ दिन ये ढल जाये क्या पता,

(पु) कहाँ रात हो जाये क्या खबर ।

     मेरे हमसफर , मेरे हमसफर  ! ॥ (३)

*

(स्त्री) किसी राह में

(पु) किसी मोड़ पर,

(स्त्री) कहीं चल न देना तू छोड़कर ।

(उभय) मेरे हमसफर , मेरे हमसफर  ! ॥  

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Related Links :

‘Chalachitra-Gita-Sanskritaayanam’: चलचित्र-गीत-संस्कृतायनम्  :

Link : http://hkmeher.blogspot.com/2017/05/chalachitra-gita-sanskritayanam.html

* * *

Biodata: Dr. Harekrishna Meher :

http://hkmeher.blogspot.com/2012/06/brief-biodata-english-dr-harekrishna.html

* * * 

YouTube Videos (Search): Dr. Harekrishna Meher :

https://www.youtube.com/results?search_query=%22hkmeher%22+videos

* * * 

VIDEOS of Dr.Harekrishna  Meher : 

Link: http://hkmeher.blogspot.com/2016/04/videos-of-drharekrishna-meher-sanskrit.html

* * * 

Dr. Harekrishna Meher on Radio and Doordarshan Channels:

Link: http://hkmeher.blogspot.com/2017/04/dr-harekrishna-meher-on-radio.html

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Monday, November 9, 2020

Bekhudi Mein Sanam Uth Gaye Jo Kadam: Sanskrit Version (Lyrics: कान्त हे ! सम्मोहे उत्थितं यत् पदम्): Dr.Harekrishna Meher: DDNEWS Vaartavali

Original Hindi Film Song : ‘Bekhudi Mein Sanam Uth Gaye Jo Kadam’ *

बेखुदी में सनम उठ गये जो कदम * (Film ‘Hasinaa Maan Jayegi’ 1968) 

*

Sanskrit Translation by : Dr.Harekrishna Meher

(As per Original Hindi Tune)

Sanskrit Version Lyrics : कान्त हे ! सम्मोहे  उत्थितं यत् पदम् *

‘Kaanta He ! Sammohe Utthitam Yat Padam’  

*

Winner in Sanskrit Lyric Translation Competition

Conducted by Sanskrit Vaartaavali, DD News Channel, Delhi.

Song Program Telecast on 7 November 2020, Saturday at 6 pm.

Recast on 8 November 2020, Sunday at 10 pm.

*

Courtesy and Gratitude to:

DDNEWS, Sanskrit Vaartavali: Full Episode (7 November 2020):

YouTube Link:       https://youtu.be/JcsWe4Q7N9c        = = = = = = 

हिन्दीगीत : बेखुदी में सनम उठ गये जो कदम * 

(चलचित्रम् : हँसीना मान जायेगी )                      

मूलस्वरानुकूल-संस्कृतानुवादकः -  डॉ. हरेकृष्ण-मेहेरः

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(स्त्री)

कान्त हे ! सम्मोहे  उत्थितं यत् पदम् ।

आगता आगता, आगता पार्श्वेऽहम्, आगता पार्श्वेऽहम् ॥  

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(पु)

हे प्रिये ! सम्मोहे  उत्थितं यत् पदम् ।

आगतः आगतः, आगतः पार्श्वेऽहम्, आगतः पार्श्वेऽहम् ॥

(स्त्री)

कान्त हे ! सम्मोहे  उत्थितं यत् पदम् ।

आगता आगता, आगता पार्श्वेऽहम्, आगता पार्श्वेऽहम् ॥ 

(पु)

हे प्रिये ! सम्मोहे उत्थितं यत् पदम् ॥ (०) 

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(स्त्री)

लग्नोऽयमग्निः, कीदृग् हि स्वान्ते, 

मनसो विबृद्धः  लग्नः शरीरे ।                              

(पु)

नास्त्ययमग्निः, हृदयस्य प्रेमा, 

यावान् प्रशान्तः, ज्वलितोऽस्ति तावान् ।  

(स्त्री)

हृदयस्य प्रेमा चेन् नो, किं जीवनं स्वम् ।

यद् प्रयावः समम्, दूरत्वं नाशितम् ।

(पु)

आगतः आगतः, आगतः पार्श्वेऽहम्, आगतः पार्श्वेऽहम् ॥

(उभौ)

अये ! नौ सम्मोहे उत्थितं यत् पदम् ॥ (१) 

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(पु)

दृष्टि-र्लुप्ताऽऽसीत्  दृश्यं च सुप्तम्,

त्वद्-दर्शनाद् वै, सर्वं समुत्थम् ।

(स्त्री)

कृतमिङ्गितं यद्, हृदा च हृदे स्वम्, 

मिलिता प्रयामि, साकं त्वयाहम् ।

(पु)

अद्य ममेदं हृद् वै ह्वयति प्रहृष्टम् ।

आप्तस्ते ह्यञ्चलः, प्रेम मे फुल्लितम् । 

(स्त्री)

आगता आगता, आगता पार्श्वेऽहम्, आगता पार्श्वेऽहम् ॥  

(उभौ)

अये ! नौ सम्मोहे उत्थितं यत् पदम् ॥ (२)

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(स्त्री)

हृदयस्य गाथा मिलिता हि वाचम्,                    

अधुना को वेत्ता,  क्व मेलिष्यतीयम् ।

(पु)

प्रेम्णः पान्थौ  इह यावदाप्तौ,

यास्यतो नूनं  हृदय-सीमां तौ । 

(स्त्री)

त्वं चेत् सङ्गी यामि, गगन-सीमान्तम् ।   

धृत्वा काङ्क्षां हृदि, लक्ष-वात्यां स्वयम् ।  

(उभौ)

आगतौ आगतौ, आगतौ अन्तिकम्, आगतौ अन्तिकम् ॥

अये ! नौ सम्मोहे  उत्थितं यत् पदम् ।

अये ! नौ सम्मोहे उत्थितं यत् पदम् ॥ (३) 

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हिन्दीगीत : बेखुदी में सनम उठ गये जो कदम  *  

चलचित्र : हँसीना मान जायेगी (१९६८) *  

गीतकार : प्रकाश मेहरा *                           

सङ्गीतकार :  कल्याणजी आनन्दजी *  

गायक : लता मंगेशकर एवं मोहम्मद रफ़ी *

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(स्त्री)

बेखुदी में सनम, उठ गये जो कदम ।

आ गये आ गये, आ गये पास हम, आ गये पास हम ॥

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(पु)

बेखुदी में सनम, उठ गये जो कदम ।

आ गये आ गये, आ गये पास हम, आ गये पास हम ॥

(स्त्री)

बेखुदी में सनम, उठ गये जो कदम ।

आ गये आ गये, आ गये पास हम, आ गये पास हम ॥

(पु)

बेखुदी में सनम, उठ गये जो कदम ॥ (०)

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(स्त्री)

आग ये कैसी मन में लगी है,

मन से बढ़ी तो  तन में लगी है ।

(पु)

आग नहीं ये दिल की लगी है,

जितनी बुझाई उतनी जली है ।

(स्त्री)

दिल की लगी न हो तो, क्या ज़िन्दगी है ।

साथ हम जो चले, मिट गये फासले ।

(पु)

आ गये आ गये, आ गये पास हम, आ गये पास हम ॥

(उभय)

बेखुदी में सनम, उठ गये जो कदम ॥ (१)

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(पु)

खोई नज़र थी, सोये नज़ारे,

देखा तुम्हें तो जागे ये सारे ।

(स्त्री)

दिल ने किये जो, दिल को इशारे,

मिलके चले हम, साथ तुम्हारे ।

(पु)

आज खुशी से मेरा, दिल ये पुकारे ।

तेरा दामन मिला, प्यार मेरा खिला ।

(स्त्री)

आ गये आ गये, आ गये पास हम, आ गये पास हम ॥

(उभय)

बेखुदी में सनम, उठ गये जो कदम ॥ (२)

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(स्त्री)

दिल की कहानी, पहुँची ज़ुबाँ तक,

किसको खबर अब,  पहुँचे कहाँ तक ।

(पु)

प्यार के राही, आये यहाँ तक,

जायेंगे दिल की, हद है जहाँ तक ।

(स्त्री)

तुम साथ दो तो चलें हम आसमाँ तक ।     

दिल में अरमाँ लिये, लाख तूफाँ लिये ।

(उभय)

आ गये आ गये, आ गये पास हम, आ गये पास हम ॥

बेखुदी में सनम, उठ गये जो कदम ।

बेखुदी में सनम, उठ गये जो कदम ॥ (३)

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Related Links :

Bekhudi Mein Sanam Uth Gaye Jo Kadam (Sanskrit Lyrics) :

Blog Link: http://hkmeher.blogspot.com/2020/11/bekhudi-mein-sanam-uth-gaye-jo-kadam.html

* * * 

‘Chalachitra-Gita-Sanskritaayanam’: चलचित्र-गीत-संस्कृतायनम् :  
(Anthology of Sanskrit Versions of Film Songs) 

Link :

 http://hkmeher.blogspot.com/2017/05/chalachitra-gita-sanskritayanam.html

* * * 

Biodata: Dr. Harekrishna Meher :

http://hkmeher.blogspot.com/2012/06/brief-biodata-english-dr-harekrishna.html

* * * 

YouTube Videos (Search): Dr. Harekrishna Meher :

https://www.youtube.com/results?search_query=%22hkmeher%22+videos

* * * 

VIDEOS of Dr.Harekrishna  Meher : 

Link : 

http://hkmeher.blogspot.com/2016/04/videos-of-drharekrishna-meher-sanskrit.html

* * * 

Dr. Harekrishna Meher on Radio and Doordarshan Channels:

Link : 

http://hkmeher.blogspot.com/2017/04/dr-harekrishna-meher-on-radio.html

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Friday, October 30, 2020

Kumara-Sambhava Kavya: Canto-6th: Odia Version: Dr. Harekrishna Meher

 कुमारसम्भव

मूळ संस्कृत महाकाव्य : महाकवि कालिदास

ओड़िआ पद्यानुवाद : डॉ. हरेकृष्ण-मेहेर

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 Kumāra-Sambhava 

Original Sanskrit Mahākāvya by : Poet Kālidāsa  *

Odia Version by : Dr. Harekrishna Meher
(Extracted from Complete Metrical Translation of the Epic) 

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Kumara-Sambhava Kavya : Odia Version : Dr. Harekrishna Meher :

Link :

http://hkmeher.blogspot.com/2016/02/kumara-sambhava-kavya-odia-version.html

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Translated Works of Dr. Harekrishna Meher : 

Link:

http://hkmeher.blogspot.com/2016/08/translated-works-of-dr-harekrishna-meher.html

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Kumāra-Sambhava  (Canto-VI)  : (षष्ठ सर्ग पार्वती-विवह-याचना) : 

Link: http://hkmeher.blogspot.com/2020/10/sambhava-canto-6-odia-version-dr.html

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(Canto-6th : Proposal for Pārvatī's Marriage by Seven Sages (Saptarshi) :  

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