Thursday, September 14, 2023

Jayatu Janani : जयतु जननी (देशभक्तिगीत): Sanskrit Song by Dr.Harekrishna Meher

JAYATU JANANI (Sanskrit Patriotic Song)
Lyrics and Tuning: Dr. Harekrishna Meher
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"जयतु जननी" (देशभक्तिगीतम्) : 
गीति-रचना एवं स्वर-रचना : डा. हरेकृष्ण-मेहेर:
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जयतु जननी    जन्मभूमि:
   पुण्य-भुवनं भारतम् ।
जयतु जम्बू-    द्वीपमखिलं
    सुन्दरं धामामृतम् ।
   पुण्य-भुवनं भारतम् ।। (०)
*
धरित्रीयं        सर्व-दात्री
शस्य-सुफला शाश्वती,
रत्नगर्भा        कामधेनु:
कल्पवल्ली भास्वती ।
विन्ध्य-भूषा  सिन्धु-रशना
हिमगिरि-शिखा शर्मदा,
रम्य-गङ्गा-     सङ्ग-यमुना
    महानदीह नर्मदा ।
कर्म-तपसां    सार्थ-तीर्थं
प्रकृति-विभवालङ्कृतम् ।
जयतु जम्बू-  द्वीपमखिलं
   सुन्दरं धामामृतम् ।
पुण्य-भुवनं भारतम् ।। (१)
*
आकुमारी-   हिमगिरे-र्नो
  लभ्यते सा सभ्यता,
एक-मातु:      सुता: सर्वे
भाति दिव्या भव्यता ।
यत्र भाषा-     वेष-भूषा-
रीति-चलनै-र्विविधता,
तथाप्येका      ह्यद्वितीया
    राजते जातीयता ।
ऐक्य-मैत्री-    साम्य-सूत्रं
   परम्परया सम्भृतम् ।
जयतु जम्बू-  द्वीपमखिलं
    सुन्दरं धामामृतम् ।
पुण्य-भुवनं भारतम् ।। (२)
*
आत्मशिक्षा-    ब्रह्मदीक्षा-
   ज्ञान-दीपैरुज्ज्वलम्,
योग-भोग-     त्याग-सेवा-
शान्ति-सुगुणै: पुष्कलम् ।
यत् त्रिरङ्गं   ध्वजं विदधत्
    वर्षमार्षं विजयते,
सार्वभौमं        लोकतन्त्रं
     धर्मराष्ट्रं गीयते ।
मानविकता-    प्रेम-गीतं
विबुध-हृदये झङ्कृतम् ।
जयतु जम्बू-  द्वीपमखिलं
    सुन्दरं धामामृतम् ।
पुण्य-भुवनं भारतम् ।। (३)
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(इयं गीति: रूपक-तालस्य अथवा दीपचन्दी-तालस्य अथवा कहरवा-तालस्य मध्यलयेन परिवेषणीया।)

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"जयतु जननी" * संस्कृत देशभक्तिगीत 

(मूलगीत एवं हिन्दी भावानुवाद : डा. हरेकृष्ण मेहेर)
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हमारी जननी, जन्मभूमि, पुण्यभूमि  भारतवर्ष की जय हो । समग्र जम्बूद्वीप की जय हो । सुन्दर अमृतधाम भारतवर्ष की जय हो । प्यारी भारत-माता को हमारा सादर वन्दन ।।  (०)
*
यह धरती,भारतभूमि, हमें सब कुछ प्रदान करती है । धान्यादि शस्यों से, फलों से समृद्ध है यह चिरन्तन भूमि । इसके गर्भ में कई मणिरत्न भरे हुए हैं । कामधेनु-स्वरूपा भारत-माता वांछित फलदायिनी है । यह तेजोमयी कल्पलता-स्वरूपा है, अभिलाषा पूर्ण करती है । हमारी यह मातृभूमि  विन्ध्यपर्वत से विभूषित है । समुद्र इसकी रशना (कटिसूत्र) है अर्थात् यह समुद्र-वेष्टित है । हिमालय इसका मस्तक है । यह सुख-शान्तिदायिनी है । यहां सुन्दर गंगानदी के संग यमुना बहती है, महानदी है, नर्मदा है और भी । हमारा यह भारत कर्म और तपस्या का सार्थक तीर्थरूप है । विपुल प्राकृतिक संपदाओं से सुशोभित है । हमारी प्यारी जन्मभूमि, मातृभूमि, पुण्यभूमि, सुन्दर अमृतधाम भारतवर्ष की जय हो ।। (१)
*
कन्याकुमारी से हिमालय पर्यन्त हमारी प्रसिद्ध सभ्यता परिव्याप्त है । हम सब एक भारत-माता की सन्तानें हैं । यहां दिव्य भव्यता प्रतिभात होती है । यहां भारतवासी लोगों में भाषा, वेशभूषा, सामाजिक रीति, लोकाचार आदि में कुछ विविधता है, फिर भी एक ही जातीयता अर्थात् राष्ट्रीय भाव, भारतीयता अद्वितीय रूप में विराजमान है । एकता, मैत्री और समानता की संबन्ध-डोरी परम्परा से सभीको सम्मिलित करके सुदृढ़ रही है । हमारी प्यारी जन्मभूमि, मातृभूमि, पुण्य-भूमि, सुन्दर अमृतधाम भारतवर्ष की जय हो ।। (२)
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आत्मतत्त्व-शिक्षा, ब्रह्मविषयक दीक्षा और ज्ञानरूप प्रदीप से समुज्ज्वल है हमारा भारत । यह योग, भोग, त्याग, सेवा, शान्ति आदि सद्गुणों से सुसम्पन्न है । ऋषिमुनियों का देश हमारा यह भारतवर्ष तिरंगा पताका धारण करके विजयशाली है । हमारा भारतदेश सार्वभौम, गणतन्त्र एवं धर्मराष्ट्र के रूप में दुनिया में यशस्वी और प्रख्यात है । यहां मानवता-रूप प्रेम का गीत सुधीजनों के हृदय में सदा झंकृत होता है । हमारी प्यारी जन्मभूमि, मातृभूमि, पुण्यभूमि, सुन्दर अमृतधाम भारतवर्ष की जय हो । भारत-माता को हमारा सादर वन्दन ।। (३)
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डा. हरेकृष्ण-मेहेर
(सेवानिवृत्त संस्कृत प्राध्यापक) 
दूरभाष : 9437362962.
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About Publication of Sanskrit Patriotic Song "Jayatu Janani " :
https://hkmeher.blogspot.com/2023/09/regarding-jayatu-janani-sanskrit-song.html
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Patriotic Songs and Poems:
http://hkmeher.blogspot.com/2016/07/patriotic-songs-and-poems-of.html?m=1
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Biodata English :  
http://hkmeher.blogspot.com/2012/06/brief-biodata-english-dr-harekrishna.html
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Biodata (English) : Web Version:
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Biodata: English-Hindi-Sanskrit-Odia :
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Literary Works of Dr.Harekrishna Meher:  

http://hkmeher.blogspot.com/2018/09/literary-works-of-dr-harekrishna-meher.html
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Literary Awards and Felicitations to Dr.Harekrishna Meher:

http://hkmeher.blogspot.com/2018/09/literary-awards-and-felicitations-to-dr.html
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