Original Hindi Film Song : खिलते हैं गुल यहाँ *
‘Khilte Hain Gul Yahaan’ : Film ‘Sharmilee’ (1971)
*
Sanskrit Translation by : Dr.
Harekrishna Meher
(As per Original Hindi Tune)
Sanskrit Version Lyrics : सुस्मितमिह सूनम् , स्मितमिदं विकृतये *
“Susmitamiha Sunam, Smitamidam
Vikrtaye”
*
Sanskrit Singer : Rajesh Upadhyaya (Gurugram)
= = = = = =
YouTube Video Link : HKMeher Channel :
= = = = = = = =
Winner in Sanskrit Lyric Translation Competition Sanskrit Singer
YouTube Video Link : HKMeher Channel :
= = = = = = = =
Winner in Sanskrit Lyric Translation Competition Sanskrit Singer
conducted by Sanskrit Vaartaavali, DD News Channel,
Delhi.
Program telecast on Saturday, 23 December 2017 at 7
pm.
Repeated also on Sunday, 24 December 2017 at 12.30
pm.
*
Vaartavali:
Full Episode : YouTube Link :
*
Vaartvavali: Complete Sanskrit Version Song: FaceBook Link :
= = = = = = = = = = = = = = = = = = = = =
मूलहिन्दी-गीत : खिलते हैं गुल यहाँ *
चलचित्र : शर्मीली (१९७१) *
मूलस्वरानुकूल-संस्कृतानुवादकः - डॉ. हरेकृष्ण-मेहेर:
= = = = = = = = = = = = = = = = = =
सुस्मितमिह सूनम् , स्मितमिदं विकृतये
।
मेलनमिह हृदाम् , मिलितं हि वियुतये
।
सुस्मितमिह सूनम् ॥ (०)
*
श्वो भवेन् नाथवा, एष ऋतुः प्रेमदः ।
श्वो रोधिता न वा, दोला वासन्तिका ।
प्रेम्णि यापयाद्य
यत् , आप्यते चतुष्पलम् ।
सुस्मितमिह सूनम् , स्मितमिदं विकृतये
।
सुस्मितमिह सूनम् ॥ (१)
*
भाति ह्रदाधरम् , जीमूत-रागि
वै ।
वक्षसि सूनानाम् , शीत-शीत-पावकः ।
दर्पणे हृदस्त्वया, बिम्ब एष धार्यताम् ।
सुस्मितमिह सूनम् , स्मितमिदं विकृतये
।
सुस्मितमिह सूनम् ॥ (२)
*
हृत् प्रिये ! तर्षितम्
, तर्षितेयं निशा ।
अस्फुरन्त्यधरयोः, मधुरा काचिद् गिरा
।
एष्वद्य क्षणेषु ते, हर्षमर्पयाखिलम् ।
सुस्मितमिह सूनम् , स्मितमिदं विकृतये
।
मेलनमिह हृदाम् , मिलितं हि वियुतये
।
सुस्मितमिह सूनम् ॥ (३)
=
= = = = = = =
HKMeher
FaceBook Link :
=
= = = = = = =
Original Hindi Song : खिलते हैं गुल यहाँ *
Original Hindi Song : खिलते हैं गुल यहाँ *
Film : ‘Sharmilee’ (1971) *
Hindi Lyricist : Neeraj *
Music Director :
Sachin Dev Burman *
Singer :
Kishore Kumar *
Hindi Sing: YouTube : https://www.youtube.com/watch?v=HBgKPyi1aXA
= = = = = =
Hindi Sing: YouTube : https://www.youtube.com/watch?v=HBgKPyi1aXA
= = = = = =
खिलते हैं गुल
यहाँ, खिलके बिखरने को ।
मिलते हैं दिल
यहाँ, मिलके बिछड़ने को ।
खिलते हैं गुल
यहाँ ॥ (०)
*
कल रहे ना रहे, मौसम ये प्यार का
।
कल रुके न रुके, डोला बहार का ।
चार पल मिले जो
आज, प्यार में गुज़ार दे ।
खिलते हैं गुल
यहाँ ॥ (१)
*
झीलों के होंठों
पर,
मेघों का राग है ।
फूलों के सीने
में,
ठंडी-ठंडी आग है
।
दिल के आइने में
तू,
ये समाँ उतार ले ।
खिलते हैं गुल
यहाँ ॥ (२)
*
प्यासा है दिल
सनम,
प्यासी ये रात है
।
होंठों में दबी-दबी, कोई मीठी बात है
।
इन लम्हों पे आज
तू,
हर खुशी निसार दे
।
खिलते हैं गुल
यहाँ, खिलके बिखरने को ।
मिलते हैं दिल
यहाँ, मिलके बिछड़ने को ।
खिलते हैं गुल
यहाँ ॥ (३)
= = = = =
Related Links :
‘Chalachitra-Gita-Sanskritaayanam’: चलचित्र-गीत-संस्कृतायनम् :
(Anthology of Sanskrit Versions of Film Songs)
(Anthology of Sanskrit Versions of Film Songs)
Link :
* * *
Biodata: Dr. Harekrishna Meher :
* * *
YouTube Videos (Search): Dr. Harekrishna
Meher:
*
* *
VIDEOS of Dr. Harekrishna Meher :
Link :
= = = =
= = = = = =
No comments:
Post a Comment