Saturday, January 27, 2018

‘Jahaan Daal Daal Par’ Hindi Song: Sanskrit Version: Lyrics (रचयन्ति काञ्चन-शकुन्ताः) Dr. Harekrishna Meher: DD News Vaartavali


Original Hindi Song : ‘Jahaan Daal Daal Par’ Film ‘Sikandar-E-Azam (1965) *   
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Sanskrit Version Song : “Rachayanti Kanchana-Shakuntaassvam..”
(As per Original Hindi Tune)
Sanskrit Lyrics (रचयन्ति काञ्चन-शकुन्ताः) by : Dr. Harekrishna Meher
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Sanskrit Singer : Ranjan Bezbaruah (Assam) and Chorus. 
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Courtesy : Video Produced by : DD News Channel, Delhi,
Special Programme on the occasion of Republic Day of India.
Telecast specially on DD News Channel on 27 January 2018, Saturday at 5.30 pm.
Further in its Sanskrit ‘Vaartavali’ Program, on 27 January 2018, Saturday at 9.30 pm.
and on 28 January 2018 Sunday at 3 pm.
Vaartavali : Full Episode: 27-01-2018 : 
Youtube Link https://www.youtube.com/watch?v=S0pgBcW5ez4
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(It was my pleasure to translate this famous patriotic Hindi Lyrics 
into Sanskrit form, after I was requested by Singer Ranjan Bezbaruah Ji 
on behalf of DDNews Team for performance of the Sanskrit Version Song 
on the Happy Occasion of Republic Day. 
Hearty thanks and gratitude to the Music Group and the Producer DDNews 
for successful and enjoyable presentation of the Sanskrit Song.)
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Sanskrit Version Song: Video :
YouTube Link : HKMeher Channel :  
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Vaartavali : Video Link: Sanskrit Version Song :
https://www.facebook.com/vaartavali/videos/1506628596101560/
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मूल-हिन्दी-गीतम् :  * जहाँ डाल-डाल पर  *
चलचित्रम् : सिकंदर-ए-आज़म (1965):  गीतकारः - राजेन्द्र-कृष्णः *  
सङ्गीतकारः - हंसराज-बहलः *  गायकः - मोहम्मद-रफी *
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मूलस्वरानुकूल-संस्कृतानुवादकः - डॉ. हरेकृष्ण-मेहेर: 
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रचयन्ति काञ्चन-शकुन्तास्स्वं  प्रतिशाखं यत्र कुलायम् ,    
मम भारत-देशः सोऽयम्, मम भारत-देशः सोऽयम् ।
= रचयन्ति काञ्चन-शकुन्तास्स्वं  प्रतिशाखं यत्र कुलायम् ,     
मम भारत-देशः सोऽयम्,  मम भारत-देशः सोऽयम्  
अपि सत्यमहिंसा धर्म आस्पदं  दधते प्रतिपद-मेयम्   
मम भारत-देशः सोऽयम्, मम भारत-देशः सोऽयम्  
(
जय भारति !  जय भारति !  जय भारति !  जय भारति !) []
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इयमवनी सा ऋषि-मुनि-व्रजो  मालां जपतीश्वर-नाम्नः,  
(हरि ॐ, हरि ॐ, हरि ॐ, हरि ॐ) ।
बालोऽस्ति मोहनः प्रत्येकम् ,  बाला राधा यद्-धाम्नः ।  
बाला राधा यद्-धाम्नः ।
सर्वादौ कुरुते रविरावर्त्तम्, यत्रागतः स्वकीयम् ।   
मम भारत-देशः सोऽयम्,  मम भारत-देशः सोऽयम्   []
*
गङ्गा यमुना प्रवहन्ति यत्र वै  कृष्णा-सह-कावेरी,   
या उत्तर-दक्षिण-पूर्व-पश्चिमान्  पाययन्ति सुधा-वारि ।   
पाययन्ति सुधा-वारि ।                 
फल-पुष्पाणीदं  क्वचित् प्रसूते, नुते केसर-कायम् ।  
मम भारत-देशः सोऽयम्,  मम भारत-देशः सोऽयम्   []
*
वैचित्र्यमयी-धरणेरस्याः  पर्वाण्यपि विचित्र-भासः,  
क्वचित् प्रदीप्ति-र्दीपावल्याः  होली-वर्ण-विलासः ।
होली-वर्ण-विलासः ।    
इह राग-रङ्गयो-र्हास्य-मुदानां  चतुर्दिशं प्राचुर्यम् ।
मम भारत-देशः सोऽयम्,  मम भारत-देशः सोऽयम् ॥ []
*
यस्मिन् शिवालया मन्दिर-माला  गगनं सम्भाषन्ते,   
पुनः क्वचिद् वा नगरे द्वारे  तालं कोऽपि न दत्ते ।  
तालं कोऽपि न दत्ते ।   
आयातः प्रेम्णो निनाद्य वेणुम्, उभे प्रभातं सायम् ।   
मम भारत-देशः सोऽयम्,  मम भारत-देशः सोऽयम् ॥ []  
= रचयन्ति काञ्चन-शकुन्तास्स्वं  प्रतिशाखं यत्र कुलायम् ,    
मम भारत-देशः सोऽयम्,  मम भारत-देशः सोऽयम् 
(जय भारति !  जय भारति !  जय भारति !  जय भारति !)
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HKMeher Blog Link :
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FaceBook : Link :
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Original Hindi Song : ‘Jahaan Daal Daal Par’ *  
Film ‘Sikandar-E-Azam (1965) *  
Lyrics : Rajendra Krishna *
Music : Hansaraj Bahal *
Singer : Mohammad Rafi *
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जहाँ डाल-डाल पर सोने की चिड़ियाँ करती हैं बसेरा,
वो भारत देश है मेरा, वो भारत देश है मेरा ।
= जहाँ डाल-डाल पर सोने की चिड़ियाँ करती हैं बसेरा,
वो भारत देश है मेरा, वो भारत देश है मेरा ।
जहाँ सत्य अहिंसा और धर्म का  पग-पग लगता डेरा । 
वो भारत देश है मेरा, वो भारत देश है मेरा ॥ []
(
जय भारती, जय भारती, जय भारती, जय भारती) 
*
ये धरती वो जहाँ ऋषि मुनि  जपते प्रभु-नाम की माला,  
(हरि ॐ  हरि ॐ  हरि ॐ  हरि ॐ)
जहाँ हर बालक इक मोहन है, और राधा इक-इक बाला ।
और राधा इक-इक बाला ।
जहाँ सूरज सबसे पहले आकर  डाले अपना फेरा । 
वो भारत देश है मेरा, वो भारत देश है मेरा ॥ []
*
जहाँ गंगा जमुना कृष्णा और कावेरी बहती जाये,
जहाँ उत्तर दक्षिण पूरब पश्चिम को अमृत पिलवाये ।
ये अमृत पिलवाये ।
कहीं ये तो फल और फूल उगाये,  केसर कहीं बिखेरा । 
वो भारत देश है मेरा, वो भारत देश है मेरा ॥ []
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अलबेलों की इस धरती के त्योहार भी हैं अलबेले,
कहीं दीवाली की जगमग है,  होली के कहीं मेले ।
होली के कहीं मेले ।
जहाँ राग-रंग और हँसी-खुशी का  चारों ओर है घेरा । 
वो भारत देश है मेरा, वो भारत देश है मेरा ॥ []
*
जहाँ आसमान से बातें करते  मन्दिर और शिवाले,
किसी नगर में किसी द्वार पर  कोई न ताला डाले ।
कोई न ताला डाले । 
और प्रेम की बंशी जहाँ बजाता  आये शाम सवेरा । 
वो भारत देश है मेरा, वो भारत देश है मेरा ॥ []
= जहाँ सत्य अहिंसा और धर्म का  पग-पग लगता डेरा । 
वो भारत देश है मेरा, वो भारत देश है मेरा ॥
(
जय भारती, जय भारती, जय भारती, जय भारती) ॥
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Related Links :
‘Chalachitra-Gita-Sanskritaayanam’: चलचित्र-गीत-संस्कृतायनम्  :
*
Biodata: Dr. Harekrishna Meher :
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YouTube Videos (Search): Dr. Harekrishna Meher:
*
VIDEOS of Dr. Harekrishna Meher  
Link 
*
Contributions to Sanskrit Literature: Dr. Harekrishna Meher  
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*
Dr. Harekrishna Meher on Radio, DoorDarshan and Other Channels :
(Poems, Talks, Discussions and Songs)
Link :
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Saturday, January 20, 2018

‘Neele Gagan Ke Tale’ Song: Sanskrit Version (Lyrics नील-विहायस-तले): Dr. Harekrishna Meher

Original Hindi Film Song : नीले गगन के तले *  
‘Neele Gagan Ke Tale’  (Film ‘Hamraaz’ 1967)  
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Sanskrit Translation by :  Dr. Harekrishna Meher
(As per Original Hindi Tune)
Sanskrit Version Lyrics : नील-विहायस-तले  
‘Nila-Vihaayasa-Tale’  
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Participated in Sanskrit Lyric Translation Competition
Conducted by Sanskrit Vaartaavali, DD News Channel, Delhi.
Name enlisted in the Program telecast on 20-01-2018,
Saturday at 7 pm and 21-01-2018, Sunday at 12.30 pm.    
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For pleasure of reading, my translation sent for competition,
is placed here.  
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मूल हिन्दी-गीत :  नीले गगन के तले *
मूलस्वरानुकूल-संस्कृत-गीतानुवादः - डॉ. हरेकृष्ण-मेहेर:
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हे… नील-विहायस-तले,   
प्रेम भूमे-र्भ्रियते ।   
एवं हि जगत्याम् , आयाति प्रभातम्,
सायमेवं क्षीयते ।   
हे… नील-विहायस-तले,  प्रेम भूमे-र्भ्रियते ॥ ()
*
नीहार-मुक्ताःसूनेषु वितताः,  
द्वयोराशा पूर्यते । ए.. .. ..   
हेनील-विहायस-तले,  प्रेम भूमे-र्भ्रियते ॥ ()
*
वल्ली सदोला,  आलिङ्ग्य वृक्षम्,   
क्रीड़ा-मुदा रमते । ए.. .. ..  
हे… नील-विहायस-तले,  प्रेम भूमे-र्भ्रियते ॥ ()
*
सलिलं तटिन्याः, सम्मिल्य सिन्धुम्,
प्रत्यर्णवं वहते । ए.. .. ..       
हे… नील-विहायस-तले,  प्रेम भूमे-र्भ्रियते ॥ ()
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[Alternative Translation of 'नीले गगन के तले' is 
'सुनील-व्योम-तले' : Sunila-Vyoma-Tale]  
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FaceBook : Link : 
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Original Hindi Song : ‘Neele Gagan Ke Tale’
हिन्दी गीत :  नीले गगन के तले  
चलचित्र :  हमराज (१९६७)  * 
गीतकार :  साहिर लुधियानवी  *
संगीतकार :  रवि  *  गायक : महेन्द्र कपूर  *
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हेनीले गगन के तले
धरती का प्यार पले ।
ऐसे ही जग मेंआती हैं सुबहें,
ऐसे ही शाम ढले ।
हेनीले गगन के तलेधरती का प्यार पले ॥ ()
*
शबनम के मोतीफूलों पे बिखरे,
दोनों की आश फले । ए.. .. ..  
हेनीले गगन के तलेधरती का प्यार पले ॥ ()
*
बल खाती बेलेंमस्ती में खेलें
पेड़ों से मिलके गले । ए.. .. .. 
हेनीले गगन के तलेधरती का प्यार पले ॥ ()
*
नदिया का पानी, दरिया से मिलके,  
सागर की ओर चले । ए.. .. .. 
हेनीले गगन के तलेधरती का प्यार पले ॥ ()
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Related Links :
‘Chalachitra-Gita-Sanskritaayanam’: चलचित्र-गीत-संस्कृतायनम्  :
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Biodata: Dr. Harekrishna Meher :
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YouTube Videos (Search): Dr. Harekrishna Meher:
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VIDEOS of Dr. Harekrishna Meher  
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