Saturday, August 28, 2021

INTERVIEW with Dr. Harekrishna Meher: By Sri Sunil Joshi: All India Radio Delhi: Sanskrit Saptahiki Program: June 2021

SPECIAL INTERVIEW with 
Dr. HAREKRISHNA MEHER 
(Modern Poet and Retired Sanskrit Prof. Higher Education, Odisha) 
Interviewer : Sri SUNIL JOSHI 
In "Sanskrita-Saptahiki" Program, 
ALL INDIA RADIO, DELHI. 
Broadcast on FM Gold Channel on 12 June 2021, Saturday at 11.20 am. 
Recast on 13 June 2021, Sunday at 11.20 am.
*
Courtesy : Thanks and Gratitude to 
All India Radio, Delhi. 
Video Provided by: Sri Sunil Joshi. 
Video Edited by: Dr. Harekrishna Meher 
==== 
Video : YouTube Link : 
HKMeher Channel: 
======= 
विशेष-साक्षात्कार: - 
आधुनिक-कविना डा. हरेकृष्ण-मेहेरेण साकम् । 
उपस्थापना : श्रीमान् सुनील: जोशी * 
आकाशवाणी दिल्ली. 
"संस्कृत-साप्ताहिकी" कार्यक्रमे 
१२ जून् २०२१ दिनाङ्के दिवा ११.२० वादने प्रसारित: । 
पुनः प्रसारित: १३ जून् २०२१ दिनाङ्के रविवासरे ११.२० वादने । 
* 
कृतज्ञता-ज्ञापनम् : आकाशवाणी दिल्ली । 
वीडियो सम्पादना-प्रस्तुति: - डा. हरेकृष्ण-मेहेर: 
===== 

Related Links : 
Facebook: 
Twitter Link: 
Interview in 'Bartika' Magazine (Hindi Version): 
Sanskrit Saptahiki: Akashvani Delhi Interview: 
*
Biodata (English) : 
Contributions to Sanskrit Literature : 

===== 
Translated Works: 
*  
Complete Tri-lingual Tapasvini Mahakavya : 
Kosali Meghaduta : 
Meghaduta (Odia Version): 
Jahaan Daal Daal Par : Sanskrit Version Song : 
*
 
चलचित्र गीत-संस्कृतायनम् : 
===== 

Related Interview Links : 
= = = = 


Tuesday, August 3, 2021

Sansaar Ki Har Shay Ka : Sanskrit Version (एकैक-पार्थिव-विषये): Dr. Harekrishna Meher

Original Hindi Film Song : 
संसार की हर शय का *  
‘Sansaar Ki Har Shay Ka’ * Film ‘Dhund’ (1973) 
Sanskrit Translation by :  Dr. Harekrishna Meher 
(As per Original Hindi Tune) 
Sanskrit Version Lyrics : एकैक-पार्थिव-विषये * 
‘Ekaika-Paarthiva-Vishaye’ *  
= = = = = = = = 
 
मूलहिन्दीगीत : संसार की हर शय का *  
(चलचित्रम् : धुंध, १९७३) 
मूलस्वरानुकूल-संस्कृतानुवादकः - डॉ. हरेकृष्ण-मेहेरः 
= = = = = = 
एकैक-पार्थिव-विषये, इयती वै कथास्त्येवम् । 
धूमिकात एवागमनम्, अधिधूमिकं प्रस्थानम् ॥ (०) 
*
मार्गो नु कुतस्त्योऽयम्, मार्गोऽस्ति क्व यावदयम् । 
यात्री न कोऽपि गुह्यं  समवैति न वेत्तीदम् ॥ (१) 
*
एक-निमिषस्य पक्ष्मणि वै, भुवनं स्थितं विश्वमिदम् । 
निमिष-निमीलनं यावत्, क्रीड़ा-सकलं रम्यम् ॥ (२) 
*
को वेद किं कस्मिन् निमिषे, क्व विवर्त्ते वा किं घटनम् । 
अस्मिन् पथे हे यात्रिन् !  व्याजो विवर्त्त-सर्वम् ॥ (३) 
*
सर्वे वयं क्रीड़नकम्, एक-क्रीड़कस्य ह्येवम् । 
येनाद्य शत-शतवर्षं  क्रीड़ा रचनीयेयम् ॥ (४)  
*
लालालाऽला लाला लालालाऽ, लालालाऽलाऽ लालालालाऽ । 
लालालाऽला लालालाऽलाऽ, लालालाऽ लालाऽला लाऽला ॥ 
= = = = = = = = 

 (Translated for popularisation and service to Sanskrit and the nation. 
Courtesy and Acknowledgements:  Film * Dhund’ (1973)    
= = = = = 
YouTube Video : 
====== 
FaceBook : Link : 
= = = = = = = = 

हिन्दीगीत : संसार की हर शय का ‍*   
चलचित्र : धुंध (१९७३) *  
गीतकार : साहिर लुधियानवी * 
सङ्गीतकार : रवि *  
गायक : महेन्द्र कपूर  * 
= = = = = = = = = 
संसार की हर शय का  इतना ही फसाना है । 
एक धुंध से आना है, एक धुंध से जाना है ॥ (०) 
*
ये राह कहाँसे है, ये राह कहाँ तक है । 
ये राज कोई राही, समझा है न जाना है ॥ (१) 
*
एक पल की पलक पर है, ठहरी हुई ये दुनिया । 
एक पल के झपकने तक, हर खेल सुहाना है ॥ (२) 
*
क्या जाने कोई किस पल, किस मोड़ पे क्या बीते । 
इस राह में ऎ राही !  हर मोड़ बहाना है ॥ (३) 
*
हमलोग खिलोने हैं, एक ऎसे खिलाड़ी के । 
जिसको अभी सदियों तक, ये खेल रचाना है ॥ (४) 
*
लालालाऽला लाला लालालाऽ, लालालाऽलाऽ लालालालाऽ । 
लालालाऽला लालालाऽलाऽ, लालालाऽ लालाऽला लाऽला ॥ 
= = = = = = = 
Related Links : 
‘Chalachitra-Gita-Sanskritaayanam’: चलचित्र-गीत-संस्कृतायनम्  :
Link : 

* * * 
Biodata : Dr. Harekrishna Meher : 
* * * 
YouTube Videos (Search): Dr. Harekrishna Meher : 
* * * 
VIDEOS of Dr.Harekrishna  Meher : 
Link : 
* * * 
Dr. Harekrishna Meher on Radio and Doordarshan Channels: 
= = = = = = 
अनुवादः  - दिनाङ्कः 23 /June/ 2021. 
======